कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए 31 मार्च तक सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। ऐसे में शहर के कुछ ऐसे स्कूल भी बंद हो गए हैं जहां एग्जाम जारी थे। इन स्कूलों में 6-8वीं क्लास के बच्चों को सालभर की परफॉर्मेंस के आधार पर अगली क्लास में प्रमोट किया गया है। वहीं, कई स्कूलो में सीनियर क्लासेस के बच्चों के लिए सब्जेक्ट वाइज लेक्चर यू-ट्यूब पर अपलोड किए जा रहे हैं। कुछ स्कूल अपने मोबाइल एप पर ही वीडियो लेक्चर डाल रहे हैं।
रोज हो रहे 3 लेक्चर्स
बाल भवन स्कूल के प्रिंसिपल डॉ. राजेश शर्मा ने बताया- अभी यह कहना मुश्किल है कि 31 मार्च के बाद स्कूल खुल ही जाएंगे। बच्चों की पढ़ाई का लॉस न हो इसलिए बुधवार से ही पहली से 12वीं के बच्चों के लिए हमने क्लासवाइज यू-ट्यूब चैनल शुरू किया है। इसमें हर दिन तीन विषयों के लेक्चर्स डाले जा रहे हैं।
लेक्चर के अंत में बच्चों को असाइनमेंट दिया जा रहा है। बच्चे अपने क्लास के वॉट्सएप ग्रुप पर असाइनमेंट करके शेयर कर रहे हैं, ताकि टीचर हर बच्चे का होमवर्क चेक कर सकें। स्टूडेंट्स को लेक्चर्स पर बेस्ड क्लासरूम कॉपी भी तैयार करते रहने को कहा है, ताकि मिडटर्म टेस्ट और सिलेबस पूरा होने में समस्या न आए।
बच्चों को अगली क्लास में किया प्रमोट
दिल्ली पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल विनीता मलिक ने बताया- जब स्कूलों की छुट्टी डिक्लेयर हुई, तब 6वीं से 8वीं की परीक्षाएं चल रही थीं। बच्चों के दो-तीन पेपर नहीं हो सके हैं। लेकिन, सेशन को इन छुटि्टयों की वजह से डिले नहीं किया जा सकता। ऐसे में हमने बच्चों को सालभर की परफॉर्मेंस के आधार पर बचे हुए पेपर्स में एवरेज मार्क्स देकर अगली क्लास में प्रमोट किया है।
10वीं और 12वीं क्लास का सेशन हमने जल्दी शुरू कर दिया था। उनकी कन्टीन्यूटी ब्रेक न हो, इसके लिए हम बच्चों को मोबाइल एप के जरिए क्लासेज दे रहे हैं। इसमें बिलकुल ओरिजनल क्लास की तरह सारे बच्चे एक समय पर प्लेटफाॅर्म पर आते हैं, टीचर उन्हें पढ़ाती हैं और बच्चे अपने डाउट क्लीयर करते हैं। पेरेंट्स के मोबाइल पर मैसेज के जरिए हमने क्लास का टाइम शेड्यूल बनाकर भेज दिया है, ताकि वे समय पर उपलब्ध हों।
सीबीएसई की गाइडलाइंस के बाद बदलाव
बोर्ड एग्जाम सेंटर्स पर सैनिटाइजर और मास्क ले जाने की अनुमति के बाद सीबीएसई ने स्टूडेंट्स को कोरोना से बचाने के लिए एक कदम और उठाया है। पहले जहां एक क्लास में 24 स्टूडेंट्स बैठ रहे थे, वहीं अब एक क्लास में 12 स्टूडेंट्स ही बैठ सकेंगे। सीबीएसई ने सिटिंग अरेंजमेंट यह बदलाव इस वजह से किए हैं, ताकि दो स्टूडेंट्स के बीच कम से कम 1 मीटर की दूरी जरूर हो।